Sunday, October 8, 2017

दोबारा जन्म लेने की संभावना से मुक्ति

जिसे आप आध्यात्मिक प्रक्रिया कह रहे हैं वह बस यही है। यह आत्मघात का एक गूढ़ तरीका है।
यह स्थूल शरीर की हत्या के संबंध में नहीं है। आप अपने अंदर शरीर बनने की बुनियाद को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। आप उस मूलभूत ढांचे को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे एक शरीर बन सकता है। कार्मिक तत्व जो आकाशीय, प्राणिक और मानसिक शरीर के रूप में होते हैं, यह भौतिक शरीर सिर्फ इन्हीं तत्वों से बनता है। तो आप आध्यात्मिक प्रक्रिया के द्वारा उसे नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। अपनी जागरूकता के द्वारा, अपने अभ्यास के द्वारा, अपने प्रेम के द्वारा, अपनी भक्ति के द्वारा, आप बस यही करने की कोशिश कर रहे हैं कि जन्म लेने की या दूसरा शरीर धारण करने की संभावना को ही नष्ट कर दिया जाए, उस नींव को ही नष्ट कर दिया जाय जिसके ऊपर एक भौतिक शरीर बन सकता है। दूसरे शब्दों में, हम रीसाइक्लिंग-बिन में बार-बार जाने की संभावना को खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। माँ का गर्भ बस रीसाइक्लिंग की एक थैली है। बार बार….. एक ही प्रक्रिया से गुज़रना। तो हम उसे समाप्त करना चाहते हैं।

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